श्री हनुमान जी की आरती | Hanuman Ji Ki Aarti

श्री हनुमान जी, जिन्हें बजरंगबली और पवनपुत्र भी कहा जाता है, भक्तों के लिए शक्ति, भक्ति और साहस का प्रतीक हैं। उनकी आरती का पाठ करने से भय दूर होता है, रोग मिटते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

Bhakti Uday Bharat एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जो भारतीय संस्कृति, परंपरा और अध्यात्म को आधुनिक युग की भाषा में जन-जन तक पहुँचाता है। प्रदीप डाबास का मानना है कि: “भक्ति को सिर्फ़ सुनने या पढ़ने का विषय नहीं, बल्कि जीने का माध्यम बनाना चाहिए।”

श्री हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics in Hindi)

आरती कीजै हनुमान लला की।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।।

जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके।।

अंजनि पुत्र महाबलदायी।
संतान के प्रभु सदा सहाई।।

दे बीरा रघुनाथ पठाए।
लंका जारी सिया सुध लाए।।

लंका सो कोट समुद्र सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई।।

लंका जारी असुर संहारे।
सियारामजी के काज संवारे।।

लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आनि संजीवन प्राण उबारे।।

पैठी पाताल तोरि जमकारे।
अहिरावण की भुजा उखाड़े।।

बाएं भुजा असुर दल मारे।
दाहिने भुजा संतजन तारे।।

सुर-नर-मुनि जन आरती उतारे।
जै जै जै हनुमान उचारे।।

कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई।।

लंकविध्वंस कीन्ह रघुराई।
तुलसीदास प्रभु कीरति गाई।।

जो हनुमानजी की आरती गावै।
बसी बैकुंठ परमपद पावै।।

श्री हनुमान जी की आरती का महत्व

हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) करने से मनुष्य को आत्मबल प्राप्त होता है। यह आरती न केवल भय और संकट को दूर करती है, बल्कि परिवार में सुख-शांति और समृद्धि भी लाती है। तुलसीदास जी ने भी इस आरती के महत्व को उजागर किया है।

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आरती गाने के लाभ

  1. संकट से मुक्ति – संकट मोचन कहलाने वाले हनुमान जी अपने भक्तों की हर विपत्ति दूर करते हैं।
  2. साहस और शक्ति की प्राप्ति – आरती गाने से आत्मविश्वास और शक्ति में वृद्धि होती है।
  3. संतान सुख की प्राप्ति – हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी माना जाता है, जो संतान की रक्षा करते हैं।
  4. आध्यात्मिक उन्नति – निरंतर आरती से मन और आत्मा दोनों शुद्ध होते हैं।

इसी तरह श्री राम स्तुति (shri ram stuti lyrics) का पाठ करने से भी मन को शांति और भक्ति की ऊर्जा प्राप्त होती है।

जब आप श्री हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) को भाव से गाते हैं, तो आपके भीतर साहस और शांति का अनुभव होता है। यह आरती आपके जीवन के अंधकार को मिटाकर उजाला लाती है। आप पाएंगे कि हर दिन के संघर्ष आसान हो जाते हैं और मन में नई ऊर्जा का संचार होता है।

हनुमान भक्ति और संस्कृति

भारत के हर कोने में हनुमान जी की पूजा की जाती है। चाहे मंदिर हों या घर-घर की पूजा, हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) हमेशा भक्तों की आस्था का केंद्र रही है।

 आप श्री बांके बिहारी जी की आरती (shree baanke bihaaree jee kee aaratee) भी पढ़ सकते हैं, जो भक्ति रस में डूबने का एक अद्भुत माध्यम है।

छोटी प्रेरक कथा:

एक बार एक भक्त हर रोज़ हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) करता था। कठिनाइयों से घिरा होने के बावजूद वह कभी नहीं रुका। कुछ ही समय में उसके जीवन की सभी बाधाएं दूर हो गईं। यह साबित करता है कि “श्री हनुमान जी की आरती” में अद्भुत शक्ति है।

 श्री हनुमान जी की आरती से जुड़े सवाल (FAQs)

हनुमान जी की आरती करते समय कौन सा मंत्र बोलना चाहिए

हनुमान जी की आरती करते समय भक्तजन प्रायः “ॐ हनुमते नमः” या “जय हनुमान ज्ञान गुण सागर” जैसे मंत्रों का उच्चारण करते हैं। आरती के दौरान आरंभ औरअंत में “ॐ श्री हनुमते नमः” जपना शुभ माना जाता है। इससे मन एकाग्र होता है, भक्ति भाव बढ़ता है और हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। कुछ लोग आरती से पहले हनुमान चालीसा का पाठ करके फिर आरती में मंत्रोच्चारण करते हैं।

हनुमान जी की आरती के रचयिता कौन हैं

हनुमान जी की प्रसिद्ध आरती के रचयिता संत तानसेन या तुलसीदास माने जाते हैं। हालांकि मुख्य रूप से हनुमान आरती का लोकप्रिय संस्करण संत तुलसीदास की भक्ति पर आधारित है, जिन्होंने हनुमान जी के भक्ति, शक्ति और साहस का विस्तृत वर्णन अपने ग्रंथों में किया है। उनकी रचना से भक्तजन हनुमान जी की कृपा और संरक्षण का अनुभव कर पाते हैं।

काले हनुमान जी की मंदिर में आरती का समय क्या है

काले हनुमान जी की मंदिर में आरती का समय प्रायः दिन में सुबह 6:00 बजे और शाम 6:00 बजे रखा जाता है। सुबह की आरती से दिन की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा के साथ होती है और शाम की आरती से दिन भर की थकान और बाधाओं से मुक्ति मिलती है। मंदिर में विशेष त्योहारों या हनुमान जयंती के अवसर पर आरती का समय थोड़े बदल सकते हैं, जिसे मंदिर प्रशासन द्वारा सूचित किया जाता है।

हनुमान जी की आरती  के ब्लॉग का निष्कर्ष

श्री हनुमान जी की आरती (Hanuman Ji Ki Aarti) का पाठ भक्तों को न केवल मानसिक शांति देता है, बल्कि उनके जीवन से भय और नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता का संचार करता है। जो भक्त नियमित रूप से यह आरती गाते हैं, उन्हें हनुमान जी का आशीर्वाद सदैव प्राप्त होता है।

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