
15 नवंबर शनिवार मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि रात्रि 02:37 AM तक रहती है, जिसके बाद द्वादशी तिथि शुरू हो जाएगी है । नक्षत्रों की दृष्टि से दिन की शुरुआत उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र के प्रभाव में होती है, जो रात 11:34 PM तक चलेगा, जिसके बाद हस्त नक्षत्र आरंभ हो जाएगा । आज विष्कुम्भ योग विद्यमान है, जो अगले दिन सुबह 06:46 AM तक चलता है । करण क्रम में पहले बव, फिर बालव, और देर रात से कौलव का प्रवेश रहता है।
आज चंद्रमा पूरे दिन-रात कन्या राशि में भ्रमण करता रहेगा, जबकि सूर्य देव तुला राशि में स्थित हैं। ऋतु परिवर्तन के अनुसार द्रिक पंचांग में यह समय हेमंत ऋतु का है।
यमगण्ड 1:33 PM से 2:54 PM, तथा कुलिक 6:44 AM से 8:06 AM तक रहेगा। दुर्मुहूर्त का समय 08:11 AM से 08:55 AM तक और वर्ज्यम् 05:12 AM से 06:57 AM तक मान्य है ।
शुभ समय की बात करें तो आज का अभिजीत मुहूर्त 11:49 AM से 12:33 PM तक रहेगा । वहीं अमृत काल 3:40 PM से 5:25 PM तक शुभ कार्यों के लिए उत्तम है । ब्रह्म मुहूर्त 05:09 AM – 05:57 AM आध्यात्मिक साधना के लिए श्रेष्ठ रहेगा।
आज उत्पन्ना एकादशी व्रत है, जो वैदिक परंपरा में अत्यंत पुण्यदायी माना गया है । साथ ही 16 नवंबर को प्रातः 06:45 AM से शुरू होकर 17 नवंबर 02:10 AM तक अमृतसिद्धि योग और सर्वार्थसिद्धि योग जैसे अत्यंत मंगलकारी योग भी बन रहे हैं ।
