ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra): अर्थ, महत्व और लाभ

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) एक अत्यंत शक्तिशाली और पवित्र संस्कृत मंत्र है। यह विशेष रूप से माँ गौरी, देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप के लिए जपा जाता है। इसका उच्चारण न केवल धार्मिक अवसरों पर, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति पाने के लिए भी किया जाता है।

मंत्र का पूर्ण रूप है:
ॐ सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
यह मंत्र विशेष रूप से नवरात्रि के समय, पूजा-पाठ और व्यक्तिगत साधना में जप करने से अत्यधिक लाभकारी माना जाता है।

om sarva mangala mangalye mantra
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ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का अर्थ

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का अर्थ गहन और आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। इसे भाग्य, मानसिक शांति और जीवन में समृद्धि लाने वाला मंत्र माना जाता है।

  • : यह ब्रह्मांडीय ध्वनि है, परम तत्व और सृष्टि की मूल ध्वनि।
  • सर्व मंगल मांगल्ये – जो समस्त मंगलों की जड़ हैं।
  • शिवे – जो शिव की संगिनी हैं और शुभता की प्रतीक हैं।
  • सर्वार्थ साधिके – जो सभी इच्छाओं और कार्यों को सिद्ध करती हैं।
  • शरण्ये – जो शरण देने वाली हैं।
  • त्र्यम्बके – तीन नेत्रों वाली देवी।
  • गौरी – जो गौरवर्णा और सौम्य हैं।
  • नारायणी – जो भगवान नारायण की बहन हैं।
  • नमोस्तुते – आपको नमस्कार है।

इस मंत्र के उच्चारण से न केवल आध्यात्मिक शक्ति मिलती है बल्कि मानसिक तनाव और नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है।

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) के लाभ

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) जपने से कई लाभ मिलते हैं।

  1. सकारात्मक ऊर्जा का संचार: नियमित जप से नकारात्मक विचार और ऊर्जा दूर होती है।
  2. आध्यात्मिक उन्नति: देवी गौरी से जुड़ने का अनुभव होता है और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।
  3. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य: तनाव और चिंता कम होती है, मानसिक संतुलन बढ़ता है।
  4. सभी इच्छाओं की पूर्ति: भक्त की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
  5. संकट मुक्ति: कठिन समय में इस मंत्र का जाप संकटों को दूर करने में सहायक होता है।
  6. संपूर्ण कल्याण: जीवन में समृद्धि, सुख-शांति और मानसिक शक्ति का अनुभव।

अगर आप अचानक किसी संकट में हैं, तो इस ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का लगातार जाप करना अत्यंत लाभकारी होता है।

आराधना हर सुबह मंदिर में बैठकर ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का जाप करती। धीरे-धीरे उसने देखा कि उसके घर में सकारात्मक ऊर्जा फैल रही है। उसकी चिंता और तनाव कम हुए और जीवन में शांति और सफलता आई। यह अनुभव उसने अपने परिवार और मित्रों के साथ साझा किया, और सभी मंत्र के अद्भुत प्रभावों से प्रेरित हुए।

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का उच्चारण कैसे करें

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का सही उच्चारण अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसे आप निम्न तरीके से जप सकते हैं:

  1. पूजा स्थल को साफ रखें और देवी का ध्यान करें।
  2. प्रातः काल सूर्योदय से पहले मंत्र का उच्चारण करना श्रेष्ठ माना जाता है।
  3. नवरात्रि के शुभ अवसरों पर इस मंत्र का जाप विशेष रूप से किया जाता है।
  4. 108 बार जाप करने से अधिक लाभ मिलता है।
  5. श्रद्धा और भक्ति के साथ उच्चारण करें, क्योंकि मंत्र का प्रभाव आपकी श्रद्धा और विश्वास पर भी निर्भर करता है।

नियमित अभ्यास से आप देखेंगे कि आपका मन शांत, संतुलित और सकारात्मक बन रहा है।

जब आप सुबह उठकर ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का जाप करते हैं, तो महसूस करेंगे कि आपका मन शांत और संतुलित होता है। आप देखेंगे कि आपकी चिंताएं कम हो रही हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। नियमित अभ्यास से आप देवी गौरी की कृपा और आशीर्वाद को सीधे अनुभव कर पाएंगे।

माँ गौरी और नवरात्रि का संबंध

माँ गौरी, देवी दुर्गा का आठवां स्वरूप, सभी कल्याणकारी कार्यों और मनोरथ सिद्ध करने वाली हैं। नवरात्रि के आठवें दिन विशेष रूप से ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का उच्चारण किया जाता है।

  • देवी गौरी की कृपा से जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और मानसिक शक्ति आती है।
  • आप इस मंत्र के साथ  गुरु ब्रह्मा गुरु विष्णु गुरु देवो महेश्वर (Guru brahma guru vishnu guru devo maheshwara) और हनुमान के लिए मंत्र (mantra for hanuman) का अभ्यास करके भी आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ा सकते हैं।

नवरात्रि में पूजा और मंत्र जाप का महत्व इसलिए है क्योंकि यह समय देवी की शक्ति और आशीर्वाद के लिए विशेष रूप से अनुकूल होता है।

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) के जप का सही समय

  • सुबह सूर्योदय से पूर्व
  • नवरात्रि के शुभ दिन
  • किसी विशेष पूजा या आराधना के समय
  • मानसिक और भावनात्मक संकट के दौरान

याद रखें, मंत्र का सही उच्चारण और श्रद्धा जीवन में उसके लाभ को बढ़ाते हैं।

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) से जुड़े सवाल (FAQs)

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (om sarva mangala mangalye mantra) का क्या अर्थ है

“ॐ सर्व मङ्गल माङ्गल्ये” मंत्र का अर्थ है – जो समस्त कल्याण और शुभता की अधिष्ठात्री हैं, वे देवी माँ हमें सदैव मंगल प्रदान करें। यह मंत्र देवी दुर्गा की स्तुति और आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु बोला जाता है।

सर्व मंगल मंगलए का मंत्र क्या है

ॐ सर्वमङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते॥

सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके का मतलब क्या होता है

सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके” का अर्थ है –
सर्व मंगल मांगल्ये → हे देवी! आप सबके लिए मंगल और कल्याण करने वाली हैं।
शिवे → आप कल्याणकारी और शुभ स्वरूपिणी हैं।
सर्वार्थ साधिके → आप सबके सभी उद्देश्यों और कामनाओं को पूर्ण करने वाली हैं।

“ॐ मंगल मंगल शिवे सर्वार्थ साधिक” का क्या अर्थ है

ॐ मंगल मंगल शिवे सर्वार्थ साधिक” का अर्थ है –
→ ईश्वर का पवित्र प्रतीक ध्वनि।
मंगल मंगल → जो स्वयं मंगलमय हैं और सबको मंगल प्रदान करती हैं।
शिवे → कल्याणकारी, शुभ स्वरूपिणी।
सर्वार्थ साधिक → जो सभी उद्देश्यों और कामनाओं को पूर्ण करने वाली हैं।

“ॐ शरण मंगल मांगल्ये” मंत्र का क्या अर्थ है

ॐ शरण मंगल मांगल्ये” का अर्थ है –
→ पवित्र ध्वनि, ब्रह्म का प्रतीक।
शरण → शरण लेने योग्य, रक्षा करने वाली।
मंगल मांगल्ये → कल्याण और शुभता की अधिष्ठात्री।

ॐ सर्व मंगल मांगल्ये मंत्र (OM SARVA MANGALA MANGALYE MANTRA) के ब्लॉग का निष्कर्ष

“ॐ सर्व मंगल मांगल्ये” मंत्र देवी गौरी/दुर्गा की स्तुति का अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली मंत्र है। यह न केवल जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है, बल्कि नकारात्मक ऊर्जा, चिंता और कठिनाइयों को दूर करता है। श्रद्धा और सही उच्चारण के साथ इसका नियमित जाप करने से मानसिक संतुलन, आध्यात्मिक उन्नति और सर्वांगीण कल्याण प्राप्त होता है। विशेषकर नवरात्रि में इसका जप देवी माँ की कृपा और आशीर्वाद पाने का श्रेष्ठ साधन माना गया है।

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