जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स | Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Lyrics

भगवान गणेश, जिन्हें विघ्नहर्ता और बुद्धि प्रदाता माना जाता है, की आरती जय गणेश जय गणेश देवा”, या जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics), भक्तों के बीच अत्यंत लोकप्रिय है। इस आरती के गायन से न केवल मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, बल्कि जीवन के सभी कष्ट और बाधाएँ भी दूर होती हैं। चाहे गणेश चतुर्थी हो, कोई शुभ अवसर या रोज़ की भक्ति, इस आरती का पाठ आपके घर और मन दोनों में मंगल लाता है।

Bhakti Uday Bharat के माध्यम से आप जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) के लिरिक्स, अर्थ और भक्ति का महत्व आसानी से जान सकते हैं। इसके साथ ही आप श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) और अन्य धार्मिक भजन भी पढ़ और सुन सकते हैं।

Jai Ganesh Jai Ganesh Deva Lyrics
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जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics): आरती का महत्व

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) का पाठ करने से जीवन में सुख, समृद्धि और मानसिक शांति आती है। इस आरती के गायन से सभी कष्ट दूर होते हैं और भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) सिर्फ़ पूजा का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह आत्मा और मन को एकाग्र करने का माध्यम भी है। विशेष रूप से गणेश चतुर्थी, व्रत या किसी शुभ अवसर पर जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

एक छोटे से गाँव में, मोहन रोज़ सुबह उठकर जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) “जय गणेश जय गणेश देवा” करता। एक दिन उसकी मेहनत और भक्ति का फल मिला – उसके खेत में अचानक उपज अच्छी हुई और परिवार खुशहाल बना। जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) ने उसे सिखाया कि भगवान की भक्ति सिर्फ़ शब्दों में नहीं, बल्कि विश्वास और समर्पण में होती है।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics): पूर्ण लिरिक्स

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥ 


जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

‘सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो, जाऊं बलिहारी॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥

भगवान गणेश की जय, पार्वती के लल्ला की जय

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) के पाठ से लाभ

  • बुद्धि में वृद्धि: जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) के नियमित पाठ से मानसिक स्पष्टता और निर्णय क्षमता बढ़ती है।
  • संकट मुक्ति: गणेश जी विघ्नहर्ता हैं; उनकी आरती से जीवन के बाधाएँ दूर होती हैं।
  • आध्यात्मिक अनुभव: भक्ति और ध्यान के माध्यम से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

आरती के पश्चात आप श्री राम रक्षा स्तोत्र (ram raksha stotra) का भी पाठ कर सकते हैं, जो घर और परिवार में सुरक्षा और समृद्धि लाता है।

जब आप जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) पढ़ते हैं, तो आप महसूस करेंगे कि आपके मन के सभी तनाव धीरे-धीरे कम होने लगे हैं। आपकी बुद्धि तेज होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस आरती का नियमित पाठ आपके घर और कार्यस्थल दोनों में सुख और समृद्धि लाता है।

भक्ति और संस्कृति के अन्य पहलू

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) के माध्यम से भक्ति का अनुभव और भी गहरा होता है। यदा यदा हि धर्मस्य मंत्र (yada yada hi dharmasya mantra) जैसे धार्मिक ग्रंथों को पढ़ना और समझना भक्ति की यात्रा को और भी पूर्ण बनाता है।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) से जुड़े सवाल (FAQs)

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) का पाठ कब करना चाहिए?

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) का पाठ किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन विशेष रूप से गणेश चतुर्थी, व्रत, शुभ अवसर या सुबह के समय इसका पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह पाठ मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाता है।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) आरती का महत्व क्या है?

जय गणेश जय गणेश देवा आरती, या जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics), भगवान गणेश को प्रसन्न करने और जीवन से बाधाएँ दूर करने का माध्यम है। इसके नियमित पाठ से बुद्धि का विकास, संकट मुक्ति और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होता है।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) पढ़ने के क्या लाभ हैं?

आरती के नियमित पाठ से मानसिक स्पष्टता बढ़ती है, जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं और घर-परिवार में सुख और समृद्धि आती है। यह भक्ति और ध्यान के माध्यम से सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करता है।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) पढ़ने के बाद कौन सा मंत्र या भजन किया जा सकता है?

आरती के बाद आप राम रक्षा स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं, जो घर और परिवार में सुरक्षा और समृद्धि लाता है। इसके अलावा आप यदा यदा ही धर्मस्य जैसे धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन भी कर सकते हैं।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) का अर्थ क्या है?

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) में भगवान गणेश की महिमा, उनके गुण, और उनके द्वारा मिलने वाले आशीर्वाद का वर्णन है। यह आरती विघ्नहर्ता, बुद्धिदाता और सुख-समृद्धि प्रदान करने वाले गणेश जी को समर्पित है।

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) के ब्लॉग का निष्कर्ष

जय गणेश जय गणेश देवा लिरिक्स (jai ganesh jai ganesh deva lyrics) “जय गणेश जय गणेश देवा” केवल भजन नहीं, बल्कि जीवन में शांति, समृद्धि और आशीर्वाद का माध्यम है। इसे नियमित पढ़ने और सुनने से मानसिक और आध्यात्मिक लाभ मिलता है। यदि आप गणेश आरती और अन्य धार्मिक भजनों के माध्यम से अपनी भक्ति को और गहरा करना चाहते हैं, तो Bhakti Uday Bharat के माध्यम से आप छठ पूजा (chhath puja) और अन्य धार्मिक उत्सवों की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

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