परिचय
हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak), जिसे संकटमोचन हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak) भी कहा जाता है, भगवान हनुमान को समर्पित एक शक्तिशाली स्तोत्र है। यह पाठ विशेष रूप से मंगलवार के दिन सुबह और शाम करने से जीवन में आने वाली सभी समस्याओं और बाधाओं से मुक्ति दिलाने में सहायक माना जाता है।
Bhakti Uday Bharat के अनुसार, “भक्ति को सिर्फ़ सुनने या पढ़ने का विषय नहीं, बल्कि जीने का माध्यम बनाना चाहिए।” इसलिए हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak) का नियमित पाठ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक शांति लाता है।

हनुमान अष्टक क्या है?
हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak) में आठ छंद और एक समापन दोहा होता है। यह गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित है और भगवान हनुमान के वीरतापूर्ण कार्यों और भक्ति का गुणगान करता है। इसे पढ़ने से व्यक्ति को न केवल आध्यात्मिक बल्कि मानसिक और शारीरिक लाभ भी प्राप्त होते हैं।
हनुमान अष्टक पढ़ने का समय और विधि
- समय: मंगलवार का दिन विशेष रूप से हनुमान अष्टक के लिए शुभ माना जाता है।
- विधि: सुबह और शाम नियमित रूप से पाठ करें।
- सांकेतिक लाभ: जीवन की हर तरह की समस्या, जैसे मानसिक तनाव, रोग, पारिवारिक असमंजस और आर्थिक परेशानियाँ दूर होती हैं।
प्रैक्टिकल टिप: प्रतिदिन सात बार पाठ करें और इसे 21 दिनों तक निरंतर जारी रखें, इससे बड़े संकट भी टल सकते हैं।
कल्पना करें कि आप मंगलवार की सुबह उठते हैं और हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak) का पाठ शुरू करते हैं। हर छंद के साथ आपके मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। आप देखते हैं कि डर और चिंता धीरे-धीरे गायब हो रही है। आपके घर में शांति फैल रही है और आप महसूस करते हैं कि भगवान हनुमान की कृपा से आपके जीवन में हर संकट दूर हो रहा है। यह आपका आध्यात्मिक सफर है।
हनुमान अष्टक के प्रमुख लाभ
- संकट मोचन: जीवन में आने वाले सभी संकट और परेशानियाँ दूर होती हैं।
- मानसिक शांति: भय, चिंता और नकारात्मक सोच से मुक्ति मिलती है।
- शारीरिक स्वास्थ्य: नियमित पाठ से रोग और बाधाएँ कम होती हैं।
- आध्यात्मिक उन्नति: भगवान हनुमान की कृपा से आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।
- घर और परिवार में अशांति कम होती है।
Bhakti Uday Bharat पर दिए गए श्री राम स्तुति लिरिक्स (Shri Ram Stuti Lyrics) में भी बताया गया है कि धार्मिक भजन और स्तोत्र हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
राहुल हमेशा जीवन में परेशानियों से जूझता था। एक दिन उसे Bhakti Uday Bharat पर हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak) के पाठ के बारे में पता चला। उसने मंगलवार के दिन सुबह और शाम नियमित रूप से इसे पढ़ना शुरू किया। धीरे-धीरे उसके जीवन की समस्याएँ कम होने लगीं, मन शांत हुआ और घर में खुशहाली लौट आई। अब राहुल कहता है, “हनुमान अष्टक ने मेरी हर तकलीफ दूर कर दी।
हनुमान अष्टक के पाठ का महत्व
हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak) केवल एक स्तोत्र नहीं है, बल्कि यह आपके जीवन में आंतरिक शक्ति और साहस विकसित करता है। जैसे-जैसे आप इसे नियमित रूप से पढ़ते हैं, आपके मन और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। संकटमोचन हनुमान अष्टक का पाठ करने से व्यक्ति नकारात्मक ऊर्जाओं और प्रतिकूल परिस्थितियों से सुरक्षित रहता है।
यदि आप हनुमान अष्टक के अलावा भगवान विष्णु के 10 अवतार (Bhagwan Vishnu ke 10 Avtar) के बारे में भी जानना चाहते हैं, तो यह लिंक आपके लिए उपयोगी रहेगा।
निष्कर्ष
हनुमान अष्टक (Hanuman Ashtak) का पाठ न केवल संकटों से मुक्ति दिलाता है बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार, घर-परिवार में सुख-शांति और आध्यात्मिक उन्नति भी प्रदान करता है। इसे नियमित और विधिपूर्वक पढ़ना आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।Bhakti Uday Bharat एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जो भारतीय संस्कृति, परंपरा और अध्यात्म को आधुनिक युग की भाषा में जन-जन तक पहुँचाता है। प्रदीप डाबास का मानना है कि: “भक्ति को सिर्फ़ सुनने या पढ़ने का विषय नहीं, बल्कि जीने का माध्यम बनाना चाहिए।