
श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र : संकट मोचक दैवीय आश्रय का अद्भुत महामंत्र
भारतीय आध्यात्मिक परंपरा में अनगिनत दिव्य मंत्र, स्तोत्र और आराधनाएं वर्णित हैं, लेकिन कुछ मंत्र ऐसे होते हैं जो साधक के जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन लाने की शक्ति रखते हैं। इन्हीं दिव्य सूत्रों में एक अत्यंत प्रभावशाली और कल्याणकारी मंत्र है – shree swami samarth tarak mantra। यह मंत्र अक्कलकोट निवासी महामहिम दत्तावतार श्री स्वामी समर्थ महाराज की कृपा का सूक्ष्म स्वरूप माना जाता है। श्रद्धा, भक्ति और समर्पण के साथ इस मंत्र का जाप करने से जीवन के कष्ट, बाधाएँ, मानसिक अशांति और दारिद्र्य दूर होकर साधक के भीतर स्थिरता, साहस, समाधान और आध्यात्मिक प्रकाश जागृत होता है।
श्री स्वामी समर्थ कौन थे?
अक्कलकोट के महापुरुष श्री स्वामी समर्थ को दत्तात्रेय भगवान का प्रत्यक्ष अवतार माना जाता है। उनका तेजस्वी व्यक्तित्व, कृपा-पूर्ण दृष्टि और जगत-कल्याण की निष्ठा आज भी करोड़ों भक्तों के जीवन में मार्गदर्शक बनकर उपस्थित है। स्वामी समर्थ महाराज ने कभी स्वयं को भगवान नहीं कहा, बल्कि मनुष्य को ‘भक्ति, सत्य, परोपकार और निर्भयता’ के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
उनके वचनों में अद्भुत सामर्थ्य था। वे कहते थे—
“भिऊ नकोस, मी तुझ्या पाठीशी आहे”
(मत डर, मैं तेरे पीछे खड़ा हूँ)
यही आश्वासन आज shree swami samarth tarak mantra के रूप में भक्तों को सुरक्षा, शांति और मार्गदर्शन का अनुभव कराता है।
श्री स्वामी समर्थ तारक मंत्र का आध्यात्मिक अर्थ
“तारक” शब्द का अर्थ है— वह शक्ति जो संकटों से तार दे, भय से मुक्त करे और साधक के लिए ईश्वरीय संरक्षण का कवच बन जाए।
shree swami samarth tarak mantra का जप करते ही साधक के चारों ओर एक सूक्ष्म ऊर्जा-कवच निर्मित होने लगता है। यह ऊर्जा मन, शरीर और आत्मा को संतुलित करते हुए नकारात्मक प्रभावों को दूर करती है।
इस मंत्र का उच्चारण इतना सरल है कि कोई भी व्यक्ति इसे आसानी से सीख सकता है और अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकता है।
shree swami samarth tarak mantra का महत्व
1. संकट मुक्ति – जीवन में अचानक आने वाली कठिनाइयों, आर्थिक चुनौतियों, कोर्ट-कचहरी, तनाव, शत्रु बाधा आदि से रक्षा करता है।
2.मानसिक शांति – मन को स्थिर बनाता है और बेचैनी, चिंता, घबराहट को शांत करता है।
3. आध्यात्मिक जागरण – साधक के भीतर छिपी चेतना को जगाता है और आत्मबल बढ़ाता है।
4. पितृ शांति – कई मान्यताओं के अनुसार यह मंत्र पितृदोष के प्रभावों को भी कम करता है।
5. ईश्वरीय संरक्षण – भक्त को ऐसा अनुभव होता है कि मानो स्वामी समर्थ उनके पीछे खड़े होकर हर बाधा को दूर कर रहे हों।
6. घर और व्यवसाय में सकारात्मक ऊर्जा – प्रतिदिन इसका जाप घर में वातावरण को शुद्ध और दिव्य बनाता है।
shree swami samarth tarak mantra का जाप कैसे करें
1. प्रातःकाल का समय चुनें
सूर्योदय से पहले या बाद का समय सबसे पवित्र माना जाता है। शांत वातावरण में साधना अधिक प्रभावी होती है।
2. स्वच्छता और पवित्रता
स्नान करके, ताजे कपड़े पहनकर और स्वामी समर्थ की तस्वीर या प्रतिमा के सामने बैठकर जाप करें।
3. दीपक और धूप
एक सरल दीपक या घी का दीपक जलाकर साधना प्रारंभ करें। यह वातावरण को दिव्यता से भर देता है।
4. मन स्थिर करके जप
अपने मन को एकाग्र करें और धीरे-धीरे shree swami samarth tarak mantra का उच्चारण करें। आवाज न बहुत तेज हो न बहुत मंद।
5. निश्चित संख्या में जाप
आप 108, 216 या 1008 बार रोजाना जाप कर सकते हैं। निरंतरता सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।
6. समर्पण भाव
मंत्र सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि ऊर्जा है। इसलिए भक्ति, विश्वास, और समर्पण के साथ जप करें।
shree swami samarth tarak mantra जप करने के नियम
- जप शुरू करने से पहले हाथ-मुँह धो लें।
- मन में पवित्रता और सकारात्मक सोच रखें।
- जप के दौरान मोबाइल या बातचीत से दूरी रखें।
- साधना के बाद स्वामी समर्थ को प्रणाम करें और एक क्षण मौन रहें।
- जाप की गिनती के लिए रुद्राक्ष या तुळशी की माला उत्तम मानी जाती है।
तारक मंत्र जाप से प्राप्त होने वाले लाभ
1. घर में कलह शांति
घर में यदि किसी प्रकार की असहमति, विवाद या लगातार तनाव चल रहा हो, तो shree swami samarth tarak mantra का नियमित जाप वातावरण को शांत और सौहार्दपूर्ण बनाता है।
2. नौकरी और व्यवसाय में उन्नति
यह मंत्र बाधाओं को दूर करता है और रुके हुए कार्यों को गति देता है।
3. भय और आत्मविश्वास की कमी का निवारण
जिन लोगों को अनजाना भय, चिंता या नकारात्मक विचार परेशान करते हैं, उन्हें इस मंत्र से अत्यधिक शांति मिलती है।
4. सूर्य, शनि, राहु जैसे ग्रहों की बाधाएँ दूर
ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार यह मंत्र ग्रहदोष या नकारात्मक प्रभावों को कम करता है।
5. पारिवारिक सुरक्षा
भक्त इस मंत्र का जाप अपने परिवार की सुख-शांति और रक्षा हेतु भी करते हैं।
तारक मंत्र के साथ ध्यान और साधना
मंत्र जप के साथ यदि साधक प्रतिदिन 5–10 मिनट “स्वामी समर्थ” के ध्यान में प्रवेश करता है तो मंत्र का प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है।
ध्यान के समय कल्पना करें कि स्वामी समर्थ अपना हाथ आपके सिर पर रखकर आशीर्वाद दे रहे हैं और कहते हैं –
“भिऊ नकोस, मी तुझ्या पाठीशी आहे।”
इस भावना से मन में अत्यधिक शांति उत्पन्न होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ने लगता है।
तारक मंत्र के अनुभव
कई भक्त बताते हैं कि shree swami samarth tarak mantra के जाप से—
- रुके हुए कार्य अचानक बन गए
- घर के विवाद शांत हो गए
- मन की बेचैनी कम हुई
- आर्थिक स्थितियों में सुधार आने लगा
- डर, निराशा और असंतोष दूर हुआ
- स्वप्नों में दिव्य संकेत प्राप्त हुए
यह सब अनुभव बताता है कि जब श्रद्धा और भक्ति सच्ची हो, तो स्वामी समर्थ की कृपा साधक का मार्ग सरल कर देती है।
निष्कर्ष
shree swami samarth tarak mantra केवल एक धार्मिक उच्चारण नहीं, बल्कि एक दिव्य ऊर्जा-स्रोत है जो साधक के जीवन में अद्भुत परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है। आज के तनावपूर्ण समय में यह मंत्र लोगों को मानसिक शांति, आध्यात्मिक शक्ति और जीवन की उलझनों से मुक्ति देता है।
जो भी व्यक्ति अपने जीवन में स्थिरता, सुरक्षा, समृद्धि और दिव्य मार्गदर्शन चाहता है, उसे इस मंत्र का नियमित जाप अवश्य करना चाहिए।
स्वामी समर्थ की कृपा से जीवन के हर संघर्ष में सहायता, हर भय में रक्षा और हर कठिनाई में समाधान की अनुभूति होती है।


