मां दुर्गा शक्ति, भक्ति और संरक्षण की देवी हैं। श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) के पाठ से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। नवरात्रि, अष्टमी, नवमी या किसी भी शुभ दिन पर Durga Chalisa का पाठ करने से देवी दुर्गा अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं।

श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का महत्व
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) केवल एक स्तुति नहीं बल्कि देवी दुर्गा की शक्ति का सार है।
इस चालीसा के नियमित पाठ से:
- भय, दुःख और रोग दूर होते हैं।
- मन और आत्मा को शांति मिलती है।
- जीवन में सकारात्मकता और सफलता आती है।
- माता की कृपा से हर कार्य सिद्ध होता है।
“नमो नमो दुर्गे सुख करनी, नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी” — यह पंक्तियाँ बताती हैं कि माता दुर्गा अपने भक्तों के दुःख हर लेती हैं और उन्हें सुख देती हैं।
नवरात्रि की नवमी थी। आरती की लौ में रमा अर्जुन रोज़ श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) पढ़ता था। धीरे-धीरे उसके घर की सारी परेशानियाँ मिट गईं। मां की कृपा से उसे नौकरी भी मिली और परिवार में शांति लौट आई। वह अब हर दिन कहता है — “नमो नमो दुर्गे सुख करनी।”
श्री दुर्गा चालीसा | Shree Durga Chalisa Lyrics
नमो नमो दुर्गे सुख करनी।
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥
निरंकार है ज्योति तुम्हारी।
तिहूं लोक फैली उजियारी॥
शशि ललाट मुख महाविशाला।
नेत्र लाल भृकुटि विकराला॥
रूप मातु को अधिक सुहावे।
दरश करत जन अति सुख पावे॥
तुम संसार शक्ति लै कीना।
पालन हेतु अन्न धन दीना॥
अन्नपूर्णा हुई जग पाला।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥
प्रलयकाल सब नाशन हारी।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी॥
शिव योगी तुम्हरे गुण गावें।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें॥
रूप सरस्वती को तुम धारा।
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा॥
धरयो रूप नरसिंह को अम्बा।
परगट भई फाड़कर खम्बा॥
रक्षा करि प्रह्लाद बचायो।
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो॥
लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं।
श्री नारायण अंग समाहीं॥
क्षीरसिन्धु में करत विलासा।
दयासिन्धु दीजै मन आसा॥
हिंगलाज में तुम्हीं भवानी।
महिमा अमित न जात बखानी॥
मातंगी अरु धूमावति माता।
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता॥
श्री भैरव तारा जग तारिणी।
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी॥
केहरि वाहन सोह भवानी।
लांगुर वीर चलत अगवानी॥
कर में खप्पर खड्ग विराजै।
जाको देख काल डर भाजै॥
सोहै अस्त्र और त्रिशूला।
जाते उठत शत्रु हिय शूला॥
नगरकोट में तुम्हीं विराजत।
तिहुँलोक में डंका बाजत॥
शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे।
रक्तन बीज शंखन संहारे॥
महिषासुर नृप अति अभिमानी।
जेहि अघ भार मही अकुलानी॥
रूप कराल कालिका धारा।
सेन सहित तुम तिहि संहारा॥
परी गाढ़ सन्तन पर जब जब।
भई सहाय मातु तुम तब तब॥
आभा पुरी अरु बासव लोका।
तब महिमा सब रहें अशोका॥
ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी।
तुम्हें सदा पूजें नर-नारी॥
प्रेम भक्ति से जो यश गावें।
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें॥
ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई।
जन्म-मरण ताकौ छुटि जाई॥
जोगी सुर मुनि कहत पुकारी।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी॥
शंकर आचारज तप कीनो।
काम क्रोध जीति सब लीनो॥
निशिदिन ध्यान धरो शंकर को।
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको॥
शक्ति रूप का मरम न पायो।
शक्ति गई तब मन पछितायो॥
शरणागत हुई कीर्ति बखानी।
जय जय जय जगदम्ब भवानी॥
भई प्रसन्न आदि जगदम्बा।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा॥
मोको मातु कष्ट अति घेरो।
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो॥
आशा तृष्णा निपट सतावें।
रिपु मुरख मोही डरपावे॥
शत्रु नाश कीजै महारानी।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी॥
करो कृपा हे मातु दयाला।
ऋद्धि-सिद्धि दै करहु निहाला।।
जब लगि जियऊं दया फल पाऊं।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊं॥
श्री दुर्गा चालीसा जो कोई गावै।
सब सुख भोग परमपद पावै॥
देवीदास शरण निज जानी।
करहु कृपा जगदम्ब भवानी॥
॥इति श्रीदुर्गा चालीसा सम्पूर्ण॥
जय माता दी
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) पाठ के लाभ
- मन के भय और नकारात्मकता दूर होती है।
- परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
- माता दुर्गा भक्तों की हर इच्छा पूर्ण करती हैं।
- शुभ कार्यों में सफलता मिलती है।
- यह पाठ Navratri और Durga Puja के दिनों में विशेष फलदायी माना गया है।
इसी तरह के शुभ पर्वों पर छठ पूजा (chhath puja) और भाई दूज (Bhai Dooj) भी हमारे जीवन में पवित्रता और प्रेम का संदेश देते हैं।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) पाठ विधि
- स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- मां दुर्गा की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
- पुष्प और चावल अर्पित करें।
- श्रद्धा से श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का पाठ करें।
- अंत में मां से अपनी प्रार्थना करें।
इसी तरह की पूजा विधि आप श्री सत्यनारायण कथा हिंदी में (satyanarayan katha in hindi) में भी देख सकते हैं, जहां श्रद्धा और नियम से कथा सुनने का विशेष महत्व बताया गया है।
जब तुम श्रद्धा से श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) पढ़ते हो, तो हर शब्द में देवी की ऊर्जा तुम्हारे चारों ओर प्रकाश फैलाती है। तुम्हारे मन के भय मिटते हैं, और आत्मविश्वास बढ़ता है। मां दुर्गा की कृपा से तुम्हारा हर प्रयास सफल होने लगता है।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का रहस्य
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) के हर श्लोक में शक्ति, ज्ञान और संरक्षण का संदेश छिपा है। यह पाठ न केवल देवी की आराधना है, बल्कि आत्म-शक्ति जागरण का प्रतीक भी है। जिन घरों में रोज़ चालीसा का पाठ होता है, वहां सदैव सुख-समृद्धि बनी रहती है।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) से जुड़े सवाल (FAQs)
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) क्या है?
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) एक पवित्र स्तुति है जिसमें 40 चौपाइयों के माध्यम से मां दुर्गा के स्वरूप, शक्ति और महिमा का वर्णन किया गया है। इसका नियमित पाठ करने से मनुष्य के जीवन से भय, दुःख और नकारात्मकता दूर होती है।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का पाठ कब करना चाहिए?
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का पाठ नवरात्रि, शक्ति पूजा, अष्टमी, शुक्रवार या मंगलवार के दिन करना अत्यंत शुभ माना जाता है। हालांकि, इसे रोज़ सुबह या शाम किसी भी समय श्रद्धा से पढ़ा जा सकता है।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) कैसे पढ़ें?
स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें, मां दुर्गा के चित्र या मूर्ति के सामने दीपक जलाएं और फूल अर्पित करें। फिर शांत मन से श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का पाठ करें। पाठ के अंत में “जय माता दी” बोलकर मां से अपनी मनोकामना मांगें।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) कैसे पढ़ें?
स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें, मां दुर्गा के चित्र या मूर्ति के सामने दीपक जलाएं और फूल अर्पित करें। फिर शांत मन से श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का पाठ करें। पाठ के अंत में “जय माता दी” बोलकर मां से अपनी मनोकामना मांगें।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) के रचयिता कौन हैं?
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) का रचना-कार्य देवीदास जी ने किया था। उन्होंने इसे मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के उद्देश्य से लिखा था।
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) के ब्लॉग का निष्कर्ष
श्री दुर्गा चालीसा (Shri Durga Chalisa Lyrics) केवल पाठ नहीं, बल्कि देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का मार्ग है। मां दुर्गा के आशीर्वाद से जीवन में आने वाली हर कठिनाई का समाधान संभव है। जय माता दी।