मथुरा और वृंदावन उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं। यह क्षेत्र भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और जीवन से जुड़ा हुआ है। यहाँ के मंदिर, घाट, और धार्मिक स्थल भारतभर से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहें (places to visit in mathura vrindavan), दर्शन, खर्चा, जाने का समय, और यात्रा सुझाव देंगे।

मथुरा में घूमने की प्रमुख जगहें (मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहें (places to visit in mathura vrindavan))

1. श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर
मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहों में सबसे पवित्र स्थान है श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। यहाँ स्थित जेल कक्ष, आठ भुजा माँ योगमाया और अन्य देवी-देवताओं के छोटे मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं। मंदिर में दर्शन का समय सुबह 6 बजे से 12 बजे और शाम 4 बजे से 7 बजे तक रहता है। द्वारकाधीश मंदिर से यह लगभग 2 किमी दूर है। यहाँ मोबाइल, स्मार्टवॉच, बैग और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर प्रतिबंध है।

2. द्वारकाधीश मंदिर
मथुरा का सबसे बड़ा और भव्य मंदिर है द्वारकाधीश मंदिर, जो यमुना नदी के किनारे स्थित है। इसे 1914 में ग्वालियर के सेठ गोकुलदास ने बनवाया था। मंदिर की दीवारों पर भगवान कृष्ण की लीलाओं से संबंधित नक्काशीदार चित्र और भित्ति चित्र बने हैं। दर्शन का समय सुबह 6:30 से 11:00 बजे और शाम 4:00 से 7:30 बजे तक है। मथुरा जंक्शन से यह लगभग 4 किमी दूर है और ई-रिक्शा से लगभग ₹20 में पहुँचा जा सकता है।

3. विश्राम घाट
मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहों में विश्राम घाट का विशेष धार्मिक महत्व है। यमुना नदी के किनारे स्थित यह घाट वह स्थान है जहाँ भगवान श्रीकृष्ण ने कंस वध के बाद विश्राम किया था। शाम की यमुना आरती यहाँ की सबसे सुंदर गतिविधि मानी जाती है। श्रद्धालु यहाँ नाव की सवारी का आनंद भी ले सकते हैं, जिसकी फीस लगभग ₹100 प्रति व्यक्ति होती है।

4. कंस किला
यह ऐतिहासिक किला मथुरा के अत्याचारी राजा कंस से जुड़ा हुआ है। यमुना नदी के किनारे स्थित यह स्थल हिंदू और इस्लामी स्थापत्य शैली का सुंदर मिश्रण प्रस्तुत करता है। यहाँ से यमुना का दृश्य बेहद आकर्षक लगता है। किले में प्रवेश निःशुल्क है और यह द्वारकाधीश मंदिर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर स्थित है।

5. भूतेश्वर महादेव मंदिर
त्रेतायुग और द्वापरयुग से जुड़ा यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। कहा जाता है कि यह मथुरा के चार रक्षक देवताओं में से एक हैं। मंदिर में विशेष रूप से सोमवार के दिन भक्तों की भीड़ रहती है। दर्शन का समय सुबह 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 4:30 से रात 10:30 तक है। यह श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से लगभग 900 मीटर की दूरी पर स्थित है।

6. बिरला मंदिर (गीता मंदिर)
मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहों में बिरला मंदिर एक आधुनिक और सुंदर स्थान है। इसका निर्माण 1946 में जे.के. बिड़ला ने कराया था। मंदिर के संगमरमर की दीवारों पर पूरी भगवद गीता अंकित है। विशाल परिसर, आकर्षक रथ और शांत वातावरण इसे विशेष बनाते हैं। दर्शन का समय सुबह 5:00 से 12:00 और शाम 4:00 से 9:00 बजे तक है। प्रवेश बिल्कुल निःशुल्क है।

7. तिलक द्वार
यह मथुरा का सबसे प्रसिद्ध बाजार है और इसे “मथुरा का चांदनी चौक” भी कहा जाता है। यहाँ स्थानीय मिठाइयाँ, मूर्तियाँ, पारंपरिक कला और शिल्प की वस्तुएँ मिलती हैं। यह जगह मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहों में उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो खरीदारी और स्थानीय स्वाद का अनुभव करना चाहते हैं। बाजार सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है।

8. मथुरा संग्रहालय
1874 में स्थापित यह संग्रहालय इतिहास प्रेमियों के लिए एक खजाना है। यहाँ प्राचीन मूर्तियाँ, मिट्टी के बर्तन, सिक्के और सुंदर चित्रकला का विशाल संग्रह है। संग्रहालय का समय सुबह 10:30 से शाम 4:30 बजे तक है। सोमवार और दूसरे शनिवार को यह बंद रहता है। यह मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहों में से एक है जहाँ संस्कृति और इतिहास का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

9. अन्य प्रमुख स्थल
मथुरा में घूमने की अन्य प्रसिद्ध जगहों में दाऊजी या बलराम मंदिर, जयगुरुदेव मंदिर, रंगभूमि, महर्षि दुर्वासा की तपोस्थली और कोकिलावन मंदिर शामिल हैं। ये सभी स्थल धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहों की सूची को और भी समृद्ध बनाते हैं।
वृंदावन में घूमने की प्रमुख जगहें (मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहें (places to visit in mathura vrindavan))

1. प्रेम मंदिर
प्रेम मंदिर वृंदावन का सबसे भव्य और सुंदर मंदिर है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की रासलीला का स्थल माना जाता है। इसकी अद्भुत वास्तुकला और संगमरमर की नक्काशी हर भक्त का मन मोह लेती है। रात में जब पूरा मंदिर रोशनी से जगमगाता है, तो उसका दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु भक्ति और प्रेम के दिव्य वातावरण में खो जाते हैं।

2. बांके बिहारी मंदिर
बांके बिहारी मंदिर वृंदावन का सबसे प्रसिद्ध और पूजनीय मंदिर है। यहाँ भगवान बिहारी जी की मूर्ति स्वयं में दिव्य आकर्षण लिए हुए है। देश-विदेश से लाखों भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर का वातावरण हर समय भक्ति रस से भरा रहता है और भक्तों का उत्साह देखने योग्य होता है।

3. इस्कॉन मंदिर
वृंदावन का इस्कॉन मंदिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है। यहाँ न केवल भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की आराधना होती है, बल्कि भजन, कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भक्ति का प्रसार किया जाता है। यह स्थान शांतिपूर्ण वातावरण और भक्तिमय जीवन शैली का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है।

4. निधिवन
निधिवन वृंदावन का सबसे रहस्यमय और पवित्र स्थल माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि यहाँ रात में स्वयं श्रीकृष्ण और राधा रानी रासलीला करते हैं, इसलिए सूर्यास्त के बाद यहाँ प्रवेश वर्जित होता है। दिन के समय यहाँ का वातावरण अत्यंत शांत और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा रहता है, जिससे हर भक्त को अलौकिक अनुभूति होती है।

5. गोवर्धन पर्वत
गोवर्धन पर्वत धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह वही स्थान है जहाँ भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्रदेव के प्रकोप से अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठाया था। आज भी लाखों श्रद्धालु यहाँ गोवर्धन पूजा करते हैं और पर्वत की पैदल परिक्रमा कर अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं।

6. रंगनाथ जी का मंदिर, राधारमण मंदिर, गोपीनाथ मंदिर
वृंदावन के ये तीनों मंदिर—रंगनाथ जी का मंदिर, राधारमण मंदिर और गोपीनाथ मंदिर—अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं। इन मंदिरों में श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं की झलक देखने को मिलती है। इन स्थलों का वातावरण भक्तों को शांति, भक्ति और आध्यात्मिक आनंद से भर देता है।
मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहें (places to visit in mathura vrindavan) से जुड़े सवाल (FAQs)
सबसे पहले कौन सी जगह घूमने जाएं मथुरा या वृंदावन
सबसे पहले मथुरा घूमना बेहतर रहेगा क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है। जन्मभूमि दर्शन के बाद वृंदावन जाकर रासलीला और भक्ति स्थलों का आनंद लिया जा सकता है।
मथुरा और वृंदावन में एक दिन में घूमने के लिए कौन सी जगहें हैं
अगर आपके पास सिर्फ एक दिन है, तो सुबह मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर, द्वारकाधीश मंदिर और विश्राम घाट घूमें। इसके बाद दोपहर या शाम को वृंदावन में प्रेम मंदिर, बांके बिहारी मंदिर और इस्कॉन मंदिर के दर्शन करें। इस तरह आप एक दिन में मथुरा और वृंदावन की प्रमुख जगहें देख सकते हैं।
मथुरा वृंदावन घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है
मथुरा वृंदावन घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का सर्दियों का मौसम है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है और यात्रा आरामदायक होती है। अगर आप त्यौहारों का आनंद लेना चाहते हैं, तो होली और जन्माष्टमी के समय यहां का अनुभव सबसे विशेष होता है।
मथुरा और वृंदावन के बीच की दूरी कितनी है
मथुरा और वृंदावन के बीच की दूरी लगभग 12 किलोमीटर है। यह दूरी आप ई-रिक्शा, टैक्सी या ऑटो से लगभग 20–30 मिनट में आसानी से तय कर सकते हैं।
मथुरा और वृंदावन घूमने में कितना दिन लगता है
मथुरा और वृंदावन की मुख्य जगहें घूमने के लिए 2 दिन का समय पर्याप्त होता है —
पहले दिन मथुरा के मंदिर, घाट और संग्रहालय देखें, और दूसरे दिन वृंदावन के प्रमुख मंदिर जैसे प्रेम मंदिर, बांके बिहारी मंदिर और इस्कॉन मंदिर का दर्शन करें।
मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहें (places to visit in mathura vrindavan) के ब्लॉग का निष्कर्ष
मथुरा और वृंदावन धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहाँ के मंदिर, घाट और दर्शनीय स्थल न केवल आध्यात्मिक अनुभव देते हैं बल्कि इतिहास और कला का अद्भुत मिश्रण भी प्रस्तुत करते हैं। यह गाइड आपको मथुरा वृंदावन में घूमने की जगहें (places to visit in mathura vrindavan) देखने और एक सफल, यादगार यात्रा में मदद करेगा।