गुरुवार 4 सितंबर 2025 का राहुकाल

गुरुवार दोपहर 1:30 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक ज्योतिष शास्त्र में राहुकाल को शुभ मुहूर्त नहीं माना जाता है, जिसमें कोई भी शुभ काम करने की मनाही है। राहुकाल का समय हर रोज होता है। दिन के अनुसार राहुकाल के समय में भी अंतर होता है। राहुकाल में कोई भी काम करते हैं तो उसमें सफलता प्राप्त होना कठिन हो जाता है, कई प्रकार की बाधाएं आने लगती हैं। राहुकाल का अधिपति ग्रह राहु है, जोकि शुभ फल प्रदान नहीं करता है। हर दिन डेढ़ घंटे का समय राहुकाल का होता है। मान्यताओं के अनुसार सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक के समय का आठवां हिस्सा राहु का माना जाता है, वही राहुकाल होता है। सूर्योदय के समय, स्थान और दिन के अनुसार राहुकाल की गणना की जाती है। मंगलवार, शनिवार और रविवार के राहुकाल की अनदेखी नहीं की जा सकती । इन तीनों दिनों में राहुकाल के समय में राहु बहुत प्रभावी होता है। यदि राहुकाल में राहु के मंत्र “ॐ रां राहवे नमः का जाप किया जाए तो व्यक्ति को राहु शुभ फल के साथ शांति भी प्रदान करता है।