परिचय: हमारे साथ श्री रघुनाथ भजन का महत्व
“हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता” एक ऐसा राम भजन है, जो भक्तों को जीवन की हर चिंता और भय से मुक्त कर देता है। इस भजन का संदेश है कि यदि भगवान श्रीराम (श्री रघुनाथ) हमारे साथ हैं, तो हमें किसी भी प्रकार की चिंता या दुख नहीं करना चाहिए।
यह भजन भक्ति और विश्वास का प्रतीक है और अक्सर राम नवमी, दशहरा, दीपावली और संकीर्तन जैसे अवसरों पर गाया जाता है।
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प्रदीप डाबास का मानना है कि:
“भक्ति को सिर्फ़ सुनने या पढ़ने का विषय नहीं, बल्कि जीने का माध्यम बनाना चाहिए।”

हमारे साथ श्री रघुनाथ भजन के बोल (Lyrics in Hindi)
हमारे साथ श्री रघुनाथ, तो किस बात की चिंता।
हमने जब शीश शरण में धर दिया, तो किस बात की चिंता।।
क्यों चिंता करते हो दिन-रैन, व्यर्थ चिंता करते हो।
क्यों चिंता करते हो दिन-रैन, व्यर्थ चिंता करते हो।।
हमारे साथ श्री रघुनाथ, तो किस बात की चिंता।।
वो सबकी चिंता करने वाले, हर सांस में नाम तुम्हारा।
हर सांस में, हर सांस में, राम नाम का सहारा।।
हमारे साथ श्री रघुनाथ, तो किस बात की चिंता।।
विभीषण को शरण देकर, पल में लंकेश बनाया।
राम की कृपा जिसने पाई, उसने सब सुख पाया।।
हमारे साथ श्री रघुनाथ, तो किस बात की चिंता।।
Humare Sath Shri Raghunath Lyrics (English Transliteration)
Hamare Sath Shri Raghunath, to kis baat ki chinta.
Humne jab sheesh sharan mein dhar diya, to kis baat ki chinta.
Kyon chinta karte ho din-rain, vyarth chinta karte ho.
Kyon chinta karte ho din-rain, vyarth chinta karte ho.
Hamare Sath Shri Raghunath, to kis baat ki chinta.
Wo sabki chinta karne wale, har saans mein naam tumhara.
Har saans mein, har saans mein, Ram naam ka sahara.
Hamare Sath Shri Raghunath, to kis baat ki chinta.
Vibhishan ko sharan dekar, pal mein Lankesh banaya.
Ram ki kripa jisne payi, usne sab sukh paya.
Hamare Sath Shri Raghunath, to kis baat ki chinta.
भजन का अर्थ और आध्यात्मिक संदेश
यह भजन सिखाता है कि:
- जब हम भगवान श्रीराम की शरण में जाते हैं, तो सभी चिंताएँ समाप्त हो जाती हैं।
- भगवान अपने भक्तों की हर परिस्थिति में रक्षा करते हैं।
- जीवन की हर सांस में प्रभु का नाम लेने से मन को शांति और शक्ति मिलती है।
- जैसे भगवान ने विभीषण को शरण देकर उन्हें लंका का राजा बनाया, वैसे ही वे अपने भक्तों को कभी खाली हाथ नहीं लौटाते।
श्री रघुनाथ (श्रीराम) की कृपा का महत्व
- रामायण में संदर्भ: विभीषण को शरण देकर भगवान ने दिखाया कि सच्चे भक्त की हमेशा रक्षा होती है।
- भक्तों के लिए संदेश: चिंता करने से कुछ नहीं बदलता, लेकिन प्रभु का नाम लेने से आत्मबल और समाधान मिलता है।
आधुनिक जीवन में महत्व: यह भजन आज भी हमें याद दिलाता है कि कठिनाई चाहे कितनी भी हो, विश्वास और भक्ति ही सबसे बड़ा सहारा है।
FAQs – हमारे साथ श्री रघुनाथ भजन से जुड़े प्रश्न
“हमारे साथ श्री रघुनाथ भजन” किसने लिखा या लोकप्रिय किया?
इसे कई संतों और भजन गायक जैसे पूज्य प्रेम भूषण जी महाराज, आगम अग्रवाल, गोविंद कृष्ण दास आदि ने लोकप्रिय बनाया।
इस भजन को कब गाया जाता है?
यह भजन आमतौर पर राम नवमी, दशहरा, दीपावली, संकीर्तन और भजन संध्या जैसे अवसरों पर गाया जाता है।
इस भजन का मुख्य संदेश क्या है?
मुख्य संदेश है – अगर प्रभु श्रीराम हमारे साथ हैं तो जीवन की किसी चिंता की ज़रूरत नहीं है।
निष्कर्ष
“हमारे साथ श्री रघुनाथ” सिर्फ एक भजन नहीं, बल्कि भक्ति, विश्वास और आत्मशक्ति का अद्भुत मंत्र है। जब भी जीवन में कठिनाई आए, यह भजन गाकर या सुनकर हमें याद आता है कि अगर श्रीराम हमारे साथ हैं, तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। और भजनों व स्तुतियों के लिए पढ़ें: जय श्री राम भजन संग्रह

