
23 नवंबर 2025, रविवार का दिन मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि शाम 7:25 बजे तक होगी। आज का नक्षत्र मूल है, जो शाम 7:27 बजे तक रहेगा, और उसके बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र शुरू होगा। सुबह से दोपहर 12:08 बजे तक धृति योग रहेगा, जिसके बाद शूल योग प्रारम्भ होगा। करण के रूप में गर करण सुबह से शाम 7:25 बजे तक चलेगा, फिर वणिज करण शुरू होगा।
आज यमगण्ड दोपहर 12:13 से 1:34 बजे, और गुलिक काल 2:54 से 4:15 बजे रहेगा। दुर्मुहूर्त भी शाम 4:10 से 4:53 बजे तक पड़ रहा है। कुछ समय वर्ज्य भी है—शाम 5:39 से 7:26 बजे तक और सुबह 6:01 से 7:47 बजे तक।
आज अभिजीत मुहूर्त 11:51 AM से 12:34 PM तक रहेगा, जो बहुत शुभ माना जाता है। इसके साथ अमृत काल 12:24 PM से 2:11 PM तक भी अच्छा है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:14 से 6:02 बजे तक रहेगा, जो आध्यात्मिक साधना और मंत्र-जप के लिए सर्वोत्तम है।
आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जो सुबह 6:50 बजे से 7:27 PM तक रहेगा—यह योग कार्यों की सफलता के लिए बहुत उत्तम माना जाता है।
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